har baar....kuchh naya likhta hoon yahan...aur darta hoon ki log kya kahenge...is se bhi zyada darr is baat ka lagta hai ki kya hoga agar logon ne kuchh na kaha to!!
bahut khoobsurat alfaz..sach khat aajkal kahan likhta hai koi..badiya prastuti..
khat likhna ab chhod diya haiPata tumhara badal gaya hai...umda khayal Piyush bhai... bahut umda!
Khoobsurat..
इन एहसासों को विस्तार देना है ... खोये पते मिल जाते हैं , मौन पन्नों पर उतर आता है... और हाँ हिंदी में लिखिए और मुझसे जुड़ें rasprabha@gmail.com पर
सबसे अहम् बात है कि हम क्या सोचते हैं ... कई ऐसे ब्लोग्स हैं , जिनपर कोई कुछ नहीं कहता , पर वे निर्भीक अच्छा लिखते जा रहे हैं
sundar, bohot sundar :)
bahut khoobsurat alfaz..
ReplyDeletesach khat aajkal kahan likhta hai koi..
badiya prastuti..
khat likhna ab chhod diya hai
ReplyDeletePata tumhara badal gaya hai...
umda khayal Piyush bhai... bahut umda!
Khoobsurat..
ReplyDeleteइन एहसासों को विस्तार देना है ... खोये पते मिल जाते हैं , मौन पन्नों पर उतर आता है... और हाँ हिंदी में लिखिए और मुझसे जुड़ें rasprabha@gmail.com पर
ReplyDeleteसबसे अहम् बात है कि हम क्या सोचते हैं ... कई ऐसे ब्लोग्स हैं , जिनपर कोई कुछ नहीं कहता , पर वे निर्भीक अच्छा लिखते जा रहे हैं
ReplyDeletesundar, bohot sundar :)
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